वर्ष 1986 तक पापसेन न्यूजलेटर (संस्थान की मासिक अंग्रेजी में प्रकाशित समाचार पत्रिका) का प्रकाशन एवं 20 पुस्तकों सहित इस संस्थान के कुल 105 शोध अध्ययन प्रकाशित हो चुके थे।
संस्थान के अंतर्गत च्ब्ध्त्ज् श्रृंखला में (1975-90) कुल 63 शोध-अध्ययन प्रकाशित हैं, जिनका वर्षवार एवं संख्यावार निरूपण निम्नवत है :
एस. आर. एच.एफ.डब्यू के प्रकाशन (1991-1996)
राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान की स्थापना के पश्चात वर्ष 1991 से SIHFW/RT श्रंृखला के अंतर्गत प्रकाशित शोध अध्ययनों (1991-96) की वर्षवार संख्या निम्नोद्धृत तालिका में दर्शित है:-
तालिका-1
प्रकाशन वर्ष
शोध अध्ययन संख्या
1991
1
1992
2
1993
-
1994
6
1995
2
1996
2
योग
13
उपलबिध ( 2003-2008)
वर्ष 2003-08 के मध्य संस्थान में निम्नलिखित शोध, मूल्यांकन अध्ययन संस्थान और चार्ट के माध्यम से संचालित हुए। अध्ययन निम्नवत हैं।
A Study of Factors Responsible for Low Acceptance of Vasectomy (NSV) in Uttar Pradesh- NK Srivastava, KK Singh Visen, Mithilesh Kumar, Rajesh Sharda, SIHFW/ RT/ 14, July 2004.
उत्तर प्रदेश में प्रजनन और शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत कि्रयाशील प्रथम संदर्भन इकाइयों का मूल्यांकन: एक प्रतिवेदन- डा0 अनूप कुमार सक्सेना, उर्मिला सिंह, सूर्य कुमार पांडेय, SIHFW/ RT/ 15 जनवरी, 2005।
उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम डेवलपमेन्ट परियोजना द्वारा पोषित 28 जिलों में वर्ष 2003 व 2004 में औषधि, आपूर्ति, खपत तथा मांग: विश्लेषणात्मक अध्ययन, SIHFW/ RT/ 16 सितंबर, 2005
उत्तर प्रदेश के चयनित जिलों में गर्भधारण एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम के प्रभावों का मूल्यांकन : एक प्रतिवेदन-सूर्यकुमार पांडेय, राजेन्द्र प्रताप सिंह, डा0 अनूप कुमार सक्सेना, SIHFW/ RT/ 17 सितंबर, 2006
वर्ष 2007-2008 में प्रदेश के 17 जिलों में प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण (TOT) कार्यक्रम के अन्तर्गत यूनीसेफ के वित्तीय सहयोग से एक प्रशिक्षण योजना संचालित की गर्इ जिसमें प्रदेश के 194 चिकित्सा अधिकारियों को एच0आर्इ0वी0 एडस विषय पर प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षित किया गया।
उत्तर प्रदेश राज्य एडस नियंत्रण सोसाइटी द्वारा प्रदेश के 35 जिलों में 2000 से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को एच0आर्इ0वी0 एडस विषय में एक दिवसीय प्रषिक्षण वित्तीय वर्ष 2007-2008 एवं 2008-2009 में शोध एवं मूल्यांकन इकार्इ द्वारा संचालित की गर्इ और शतप्रतिशत लक्ष्य पूरा कर आंगनवाडियों को प्रशिक्षित किया गया। उक्त के अतिरिक्त इस प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु यूनीसेफ के तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग से एच0आर्इ0वी0 एडस विषय पर एक संदर्भ पुसितका भी प्रकाशित कर उपलबध करायी गयी।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत "Rapid Appraisal of ASHA Scheme under NRHM in Uttar Pradesh" वाराणसी, मुरादाबाद, लखनऊ, जालौन जिला में किया गया अध्ययन (राही-1)। अध्ययन रिपोर्ट राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान नर्इ दिल्ली द्वारा वर्ष 2008 में प्रकाशित। यह अध्ययन "Rapid Appraisal of Health Interventions" (RAHI) के अन्र्तगत किया गया। यह अध्ययन UNFPA और NIHFW द्वारा संयुक्त रूप से विता पोषित था।